लेबलिंग

जैविक कृषि उत्पादों की लेबलिंग अन्य सामान्य उत्पादों की लेबलिंग की तरह ही है। लेकिन लेबलिंग को उत्पाद की जैविक अवस्थिति के संबंध में स्पष्ट तथा सही जानकारी संप्रेषित करनी चाहिये। हर कोई कृषि उत्पादक, लेबल पर जैविक लोगो लगाकर बेच नहीं सकता है। यदि समस्त मानक आवश्यकताओं को पूरा किया गया हो तो उत्पादों को ”जैविक कृषि की उपज“ अथवा इससे मिलते-जुलते विवरण के रूप में बेचा जा सकता है। लेबल पर उत्पाद के उत्पादन अथवा प्रसंस्करण के लिये कानूनी रूप से उत्तरदायी व्यक्ति अथवा कम्पनी का नाम तथा पूरा पता लिखा होना चाहिये। उत्पाद लेबलों में ऐसी प्रसंस्करण पद्धतियों को सूचीबद्ध किया जाना चाहिये जो कि उत्पाद गुणधर्मों को एक ऐसे रूप में प्रभावित करती है जो कि तत्काल रूप से प्रकट नहीं होता है। अनुरोध करने पर अतिरिक्त उत्पाद जानकारी को उपलब्ध कराया जायेगा। योज्यों तथा प्रसंस्करण सहायकों के सभी संघटकों की घोषणा की जायेगी।

वन्य उत्पादन से प्राप्त किये गये अवयवों अथवा उत्पादों की इस रूप में से घोषणा की जायेगी।

लेबलिंग से सम्बन्धित राष्ट्रीय जैविक मानक निम्न प्रकार से हैं जिनकी जानकारी जैविक कृषि कार्ययोजना तैयार करने में मदद करेगी।

  1. उत्पाद के उत्पादन अथवा प्रसंस्करण हेतु कानूनी रूप से उत्तरदायी व्यक्ति अथवा कम्पनी की आसानी पूर्वक पहचान की जा सकेगी।
  2. यदि सभी मानक आवश्यकताओं को पूरा कर दिया गया हो, तो एकल अवयव उत्पादों को ”जैविक कृषि की उपज“ अथवा इससे मिलते-जुलते विवरण के रूप में लेबल किया जा सकता है।
  3. ऐसे मिश्रित उत्पादों को निम्नलिखित रूप (कच्चा माल भार) में लेबल किया जा सकता है जिनके सभी अवयव, योज्यांे सहित, जैविक मूल के नहीं हो:
    (अ) यदि अवयवों का न्यूनतम 95 प्रतिशत प्रमाणित जैविक मूल का है, तो उत्पादों को ”प्रमाणित जैविक“ अथवा समान रूप में लेबल किया जा सकता है और उस पर प्रमाणीकरण कार्यक्रम का लोगो छपा होना चाहिये।
    (ब) जहाँ 95 प्रतिशत से कम परन्तु 70 प्रतिशत से ज्यादा अवयव प्रमाणित जैविक मूल के हों, तो उत्पादों को ”जैविक“ नहीं कहा जा सकता है। ”जैविक“ शब्द का प्रयोग ”जैविक अवयवों से निर्मित“ जैसे कथनों में प्रधान डिस्प्ले पर किया जा सकता है बशर्तें कि जैविक अवयवों के अनुपात के बारे में स्पष्ट कथन किया गया हो। एक ऐसे संकेत का प्रयोग किया जा सकता है कि इस उत्पाद को प्रमाणीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत शामिल किया गया है, जिसको जैविक अवयवों के अनुपात के वर्णन के पास ही लिखा जाना चाहिये।
  4. जैविक अवयवों की प्रतिशतता गणनाओं में मिलाये गये पानी तथा नमक को शामिल नहीं किया जायेगा।
  5. रूपान्तरण उत्पादों हेतु लेबल को जैविक उत्पादों हेतु लेबल से स्पष्ट रूप से भिन्न होना चाहिये।
  6. किसी बहु-अवयवी उत्पाद की सभी कच्ची सामग्रियों को उनकी भार प्रतिकूलता के क्रम में उत्पाद लेबल पर सूचीबद्ध किया जाना चाहिये। यह स्पष्ट होना चाहिये कि कौन-सी कच्ची सामग्री जैविक प्रमाणित मूल की है और कौन-सी नहीं। समस्त योज्यों को उनके पूरे नामों के साथ सूचीबद्ध किया जाना चाहिये। यदि जडी़-बूिटयाँ और/या मसाले उत्पाद के कुलभार के 2 प्रतिशत से भी कम हो, तो उनकी प्रतिशतता का उल्लेख किये बिना ही उनको ”मसाले“ अथवा ”जड़ी-बूटियों“ के रूप में सूचीबद्ध किया जा सकता है।
  7. जैविक उत्पादों को GE (आनुवांशिक रूप से निर्मित) अथवा GM (आनुवांशिक संशोधन) मुक्त के रूप में लेबल नहीं किया जायेगा जिससे कि तैयार उत्पाद के बारे में संभावित भ्रामक दावों की रोकथाम की जा सके। उत्पाद लेबलों पर आनुवांशिक निर्मिति के किसी उल्लेख को उत्पादन विधि तक ही सीमित रखा जायेगा।
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